Wednesday 1 July 2020

अभंग - पंढरीचे आई

पंढरीचे आई | विठू रखूमाई |
सावळे विठाई | पांडुरंग ||

तुळशीचा हार | भाळी बुक्का काळा |
दिसे लडिवाळा | पांडुरंग ||

चंद्रभागेतिरी | उभा विटेवरी |
कर कटेवरी | पांडुरंग ||

टाळ चिपळ्यांचा | गजर दाराशी |
बोल तू भक्तांशी | पांडुरंग ||

तुझ्या भेटीसाठी | निघे वारकरी |
तृप्त होती सारी | पांडुरंग ||

भूक नि तहान | सारे विसरती |
विठू नाम घेती | पांडुरंग ||

वर्तन हे शुद्ध | वाईटाशी युद्ध |
करेल तो सिद्ध | पांडुरंग ||

सौ.जया नेरे
नवापूर







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